लेखनी प्रतियोगिता -03-Jul-2023 तेरे आने से
तेरे आने से
- आज कविता को घर की सफाई करते समय अभिजीत की पर्सनल डायरी मिल गयी थी । कविता डायरी के पन्ने पलटते जा रही थी । तभी कविता के हाथ एक तारीख पर जाकर रुक गये क्यौकि वह तो कविता की शादी की तारीख थी। और उस तारीख को अभिजीत ने लाल कलर के पैन से अंडर लाइन करके हाई लाइट कर दिया था।
उस पेज पर लिखे हुए को वह ध्यान पूर्वक पढ़ने लगी।
,"कवी आज तुम किसी औरकी हो जाओगी। हमसे बहुत दूर चली जा ओगी। अब तुम्हारा नाम लेना भी पाप है। तुमने जो भी किया अब ठीक ही किया? इसमें मैं तुम्हें दोषी नहीं ठहराता हूँ। जो हुआ वह ठीक है। अब मै ऊपर वाले से यहीं दुआ करता हूँ तुम जहाँ भी रहो वहाँ खुशियां तुम्हारे कदम चूंमें। यदि तुम मेरे जीवन में अपनी कलम से कुछ रंग भर देती तब हमारा जीवन तेरे आने से रंगीन होजातां।"
कवी हमारे प्यार को शायद किसी की नजर लग गयी थी । अब तेरे चलेजाने से हम बिल्कुल अकेले रह गये है अब हम कभी नहीं मिल सकते हैं। अब इस हवा में सांस लेना भी कठिन होगया है। अब हम तुम्हें अपना संदेश भी नहीं भेज सकते है क्यौकि ऐसा करना पाप है और हमारा संदेश किसी गलत हाथ में चला गया तब आपके जीवन में खतरे की घंटियां बज उठेंगी। इसलिए हमने यह सब डायरी पर लिख दिया है।
कविता और अभिजीत एक ही गाँव में रहते थे वह दोनौ अलग अलग स्कूल में पढ़ते थे लेकिन स्कूल जाने का रास्ता एक ही था। उन दोंनौ का स्कूल जाने का एक ही समय था। परन्तु दोंनौ ने कभी भी आपस में बात नहीं की थी।
एक बार की बात थी कि स्कूल से वापिस आते समय कविता पर बन्दरौ ने हमला कर दिया। कविता साइकिल से नीचे गिर गयी। अभिजीत ने बन्दरौ से उसे बचाने के लिए उन बन्दरौ पर टूट पड़ा जिससे अभिजीत के बहुत चोट लग गयी।लेकिन कविता बच गयी।
जब कविता यह घटना अपने घरवाबौ को बताई तब वह अभिजीत के घर आये और उसका धन्यवाद किया। इसके बाद कविता व अभिजीत दोस्त बन गये। अभिजीत व कविता एक दूसरे से कब प्यार करने लगे इसका उनको अहसास तब हुआ जब अभिजीत पढ़ने शहर चला गया। कविता की पढ़ाई रोक दी गयी। और कविता अभिजीत की छुट्टियौ में घर आने की प्रतीक्षा करती थी।
जब अभिजीत छुट्टियौ में घर आता तब वह कविता से छिपकर मिलता था। अब दोंनौ शादी के ख्वाब देखने लगे। परन्तु वह दोंनौ अपने घरवालौ से डरते थे। इसलिए वह घरवालौ से छिपकर ही मिल पाते थे।
इसी बीच कविता के घर वाले उसकी शादी की बात चलाने लगे और उसके लिए लड़का देखने लगे । एक बार तो अभिजीत के दिल ने कहा कि वह कविता के पापा को बतादे कि वह कविता से प्यार करता है और उससे शादी करना चाहता है। परन्तु वह यह सोचकर चुप रह गया कि कविता के लिए परेशानी हौ जायेगी।
कविता की शादी होगयी अभिजीत उसकी शादी पर भी नहीं आया। ं ही खुशियां मिल गयी थीं कऔर न उसने शादी के बाद कभी भी कविता से बात की थी। अभिजीत ने अपनी शादी न करने का फैसला कर लिया।
कविता की ससुराल वाले कविता की शादी के कुछ दिन बाद दहेज की मांग करने लगे। जिसके कारण कविता का तलाक होगया। कविता के घर वाले उसकी दूसरी शादी करने हेतु लड़का देखने लगे तब कविता ने अभिजीत के साथ अपने प्यार की बात बतायी और अभिजीत से अपनी शादी करने की बात कही। कविता के पापा उसकी खुशी के लिए तैयार होगये ।
और कविता के पापा यह रिश्ता लेकर अभिजीत के घर पहुँचे तब उसके पापा ने बताया कि वह शादी नहीं करना चाहता है। तब कविता के पापा ने ही उनके प्यार की बात बताई। आज अभिजीत के परिवार वालौ को उसके शादी न करने का भेद मालूम हुआ।
इसके बाद कविता व अभिजीतशादी के बन्धन में एक होगये। आज जब कविता ने वह डायरी पढ़ी तब कविता को मालूम हुआ कि अभिजीत का प्यार कितना सच्चा था।
कविता अभिजीत का साथ पाकर आज बहुत खुश होरही थी। क्यीकि उसके जीवन मे अभिजीत के आने से खुशियां ही खुशियां मिल गयीं थीं।
आज की दैनिक प्रतियोगिता हेतु रचना।
नरेश शर्मा " पचौरी "
HARSHADA GOSAVI
17-Jul-2023 06:33 PM
Nice
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Alka jain
03-Jul-2023 08:03 PM
Nice one
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Anjali korde
03-Jul-2023 04:42 PM
nice
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